स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के अंतर्गत असाधारण प्रदर्शन
भोपाल। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) में मध्य प्रदेश ने काफी अच्छी प्रगति की है। मध्य प्रदेश में 74.97 लाख शौचालयों और 17,776 सामुदायिक स्वच्छता परिसरों का निर्माण किया गया। साथ ही 2022 में ओडीएफ प्लस गांवों की संख्या 6% बढ़कर 2023 में 89.5% हो गई। यह आंकड़े जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जारी के गए है।
स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण: मध्य प्रदेश में प्रगति
मध्य प्रदेश ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता की स्थिति में सुधार लाने और साफ-सफाई को बढ़ावा देने की दिशा में उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल करते हुए स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के अंतर्गत असाधारण प्रदर्शन किया है। सुनियोजित योजनाऔर कुशल कार्यान्वयन के जरिए राज्य ने 74.97 लाख से अधिक व्यक्तिगत घरेलू शौचालयों और 17,776 सामुदायिक स्वच्छता परिसरों का 13 जुलाई तक निर्माण किया गया है।
पुख्ता सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से राज्य ने खुले में शौच को समाप्त करने और स्वच्छ पद्धतियों को अपनाने की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है। कुल 50,358 गांवों में से 45,068 ओडीएफ प्लस गांवों के प्रभावशाली रिकॉर्ड के साथ, मध्य प्रदेश की विलक्षण सफलता जमीनी स्तर पर बदलाव लाने की साक्षी है। ‘स्वच्छ’ मध्य प्रदेश के निर्माण के प्रयासों को 41,510 गांवों में तरल अपशिष्ट प्रबंधन और 28,786 गांवों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की प्रबल व्यवस्था से बल मिला है।
इसके अलावा, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण (एसबीएम-जी) चरण II के कार्यान्वयन को बढ़ावा देने के लिए, 8 अगस्त, 2022 को इस कार्यक्रम के तहत चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक वेब-आधारित प्रणाली ‘स्वच्छ एमपी ओडीएफ प्लस’ नामक एक मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च किया गया।
अन्य प्रमुख उपलब्धियां
- 2022 में 6% ओडीएफ प्लस गांवों से 14 जुलाई, 2023 में 89.5% गांवों तक पहुंचकर मध्य प्रदेश ने उल्लेखनीय प्रगति हासिल की।
- मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिले ने स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2023 में उत्तम उपलब्धि हासिल करने वालों की सूची में शीर्ष स्थान हासिल किया।
- स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2022 के तहत मध्य प्रदेश ने पश्चिम क्षेत्र के अंतर्गत प्रथम स्थान हासिल किया।
- “स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2022″के अंतर्गत मध्य प्रदेश के 2 जिले अर्थात भोपाल और इंदौर पश्चिम क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों में शामिल रहे।
- मध्य प्रदेश स्वच्छ भारत मिशन- ग्रामीण के “सुजलाम 1.0 अभियान” के अंतर्गत प्रथम और “सुजलाम 2.0 अभियान” के अंतर्गत चौथे स्थान पर रहा।
- यह सुनिश्चित करने के लिए कि खुले में शौच न करने यानी ओडीएफ का व्यवहार बरकरार रहे औरकोई वंचित न रहे तथा ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन सुविधाएं सुलभ हों, यह मिशन अब अगले चरण -स्वच्छ भारत मिशन- ग्रामीण (एसबीएम-जी) चरण II अर्थात ओडीएफ-प्लस की ओर अग्रसर है। 13 जुलाई 2023 तक, देश में 3.71 लाख से अधिक गांवों (62 प्रतिशत) ने ओडीएफ प्लस का दर्जा हासिल कर लिया।