बिलासपुर : कलेक्टर ने जनदर्शन में लोगों की सुनी समस्याएं
बिलासपुर : कलेक्टर ने जनदर्शन में लोगों की सुनी समस्याएं
OFFICE DESK : कलेक्टर सौरभ कुमार ने आज साप्ताहिक जनदर्शन में जिले के विभिन्न क्षेत्र से आए लोगों की समस्याओं को सुना। उन्होंने आम नागरिकों की समस्याओं और आवश्यकताओं को गंभीरता से सुना और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक जांच कर निराकरण के निर्देश दिए।
जनदर्शन में आज राशन कार्ड, पेंशन, आवास, राशन, पानी की समस्या, रोजगार सहित विभिन्न समस्याओं को लेकर कलेक्टर से मुलाकात कर लगभग 113 आवेदन दिए।
जनदर्शन में ग्राम निपनिया निवासी शिवचरण पाटले ने मई 2022 से किसान पेंशन नहीं मिलने की शिकायत की। कलेक्टर ने उप संचालक कृषि को उनके आवेदन पर कार्यवाही हेतु निर्देशित किया। अकलतरा निवासी रामेश्वरी विश्वकर्मा ने बताया कि उनके पति करड़ी पंचायत के सचिव थे और स्वास्थ्य खराब होने के कारण उनका निधन हो गया है।
उनके द्वारा अनुकंपा नियुक्ति के लिए आवेदन प्रस्तुत करने के बाद भी नियुक्ति नहीं हो पाई है। उन्होंने कलेक्टर को आवेदन देते हुए अनुकंपा नियुक्ति की मांग की। इस प्रकरण को टीएल में लेते हुए कलेक्टर ने सीईओ जनपद बिल्हा को कार्यवाही के लिए निर्देशित किया।
अटल आवास, अशोक नगर निवासियों ने ब्लाक 45 एवं 47 में पानी की समस्या को लेकर आवेदन प्रस्तुत किया। इसी प्रकार कुदुदण्ड वार्ड क्रमांक 16 के निवासियों ने भी पानी की समस्या की जानकारी दी। इन दोनों प्रकरण को टीएल में लेते हुए उनके समस्याओं के निराकरण के लिए नगर निगम को निर्देश दिया गया।
नगर पालिका रतनपुर में कार्यरत 25 आशा मितानिनों ने माह जनवरी 2022 का मानदेय नहीं मिलने की शिकायत करते हुए लंबित मानदेय शीघ्र दिलाने के लिए निवेदन किया।
कलेक्टर ने इस पर आवश्यक कार्यवाही के लिए सीएमएचओ को निर्देशित किया। ग्राम पंचायत मेण्ड्रा के वार्ड क्रमांक 15 के निवासियों ने बताया कि पूरे गांव में टेपनल की सुविधा है, लेकिन जूनीपारा में पीने के पानी की समस्या है। यहां के लोगों को पानी लाने के लिए ग्राम सैदा में जाना पड़ता है।
कलेक्टर ने आवेदन को टीएल में लेते हुए वहां पानी की समस्या को दूर करने के लिए ईई पीएचई को निर्देशित किया। ग्राम आमामुड़ा के ग्रामवासियों ने प्राथमिक शाला भवन अत्यंत जर्जर होने की जानकारी दी और भविष्य में दुर्घटना की आशंका जताते हुए भवन के शीघ्र मरम्मत करने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया। कलेक्टर ने उनके आवेदन पर कार्यवाही के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को भेजा।