दमोह में हिन्दू बच्चों को हिजाब पहनाने वाले स्कूल पर चलेगा मामा का बुलडोजर
मध्य प्रदेश के दमोह जिले में गंगा जमना स्कूल की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है. हिंदू लड़कियों को हिजाब पहनाने वाले गंगा जमना स्कूल पर अब बुलडोजर चलाने की तैयारी की जा रही है। नगर पालिका ने नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा है। जवाब संतोषजनक नहीं रहता तो बुलडोजर चलाया जा सकता है। वहीं, भोपाल में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी संकेत दिए कि इस प्रकार की गतिविधियां चलाने वाले और माफिया पर बुलडोजर चल रहा है। जो लोग फरार हैं, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जांच सही दिशा में चल रही है।
दरअसल, दो हफ्ते पहले दमोह का गंगा जमन स्कूल विवादों में घिरा था। स्कूल ने परीक्षा पास करने वाली छात्राओं की तस्वीरों वाला बैनर लगाया था, जिसमें हिंदू छात्राओं को भी हिजाब पहनाया गया था। इसी बात पर मामले ने तूल पकड़ा और धर्मांतरण की बात भी सामने आई। इसके बाद दमोह नगर पालिका के सीएमओ ने स्कूल प्रबंधन के सदस्य राशिद खान की पत्नी रशके जहां के नाम पर नोटिस जारी किया है। इस मामले में केस दर्ज होने के बाद से राशिद फरार चल रहा है।
बिना स्वीकृति किया निर्माण
नगर पालिका परिषद दमोह की सर्वेयर शाखा ने निरीक्षण में पाया कि फुटेरा वार्ड क्रमांक चार में गौरीशंकर मंदिर के पास गंगा जमना हायर सेकेंडरी स्कूल परिसर में नगर पालिका की बिना स्वीकृति के भवन निर्माण कार्य कराया जा रहा है। यह मध्य प्रदेश नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा 187 के तहत अपराध की श्रेणी में आता है। इसे तत्काल प्रभाव से रोका जाना अपेक्षित है। निर्माण के संबंध में कोई भवन अनुज्ञा, वैद्य अनुमति आपके पास पर्याप्त कारण सहित उपलब्ध है, तो तीन दिवस के अंदर स्वयं अथवा अपने अभिकर्ता के मार्फत उपलब्ध कराएं अन्यथा उक्त विधि विरूद्ध निर्माण को नगर पालिका दमोह द्वारा हटा दिया जाएगा।
हटाने की राशि भी वसूली जाएगी
नगर पालिका सीएमओ ने कहा कि निर्धारित समय के बाद समुचित प्रक्रिया न होने पर इस भवन निर्माण को हटाया, परिवर्तित या गिराया जाएगा। इसके खर्चे व अर्थदंड की राशि नियमानुसार नगर पालिका अधिनियम 1961 के तहत संबंधित से वसूली जाएगी। नियमानुसार कार्रवाई अलग से होगी, जिसकी समस्त जिम्मेदारी आपकी होगी। हिजाब के बाद धर्मांतरण और बच्चों को जबरदस्ती नमाज पढ़ाने की शिकायत के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर डीजीपी और मुख्य सचिव इस मामले की जांच कर रहे हैं। अब तक प्रबंध समिति के 10 सदस्यों पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। सभी आरोपी फरार हैं। तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।