छत्तीसगढ

उत्तर बस्तर कांकेर : कृषक चैनुराम नरेटी का ट्रैक्टर ट्राली खरीदने का सपना हुआ साकार…..

उत्तर बस्तर कांकेर : कृषक चैनुराम नरेटी का ट्रैक्टर ट्राली खरीदने का सपना हुआ साकार

OFFICE DESK : अंतागढ़ विकासखण्ड के दूरस्थ ग्राम भैंसासुर निवासी चैनुराम नरेटी अब ट्रेक्टर ट्राली का मालिक बन चुका है। ट्रैक्टर ट्राली होने से स्वयं के कृषि कार्य के अलावा आसपास गांव में भी कृषि से संबंधित कार्य कर  अतिरिक्त आमदनी प्राप्त कर रहा है, जिससे परिवार का पालन-पोषण करने में मदद मिल रहा है।

कृषक चैनूराम नरेटी ने कहा कि ट्रैक्टर खरीदने का मेरा सपना साकार हुआ है। अब मैं स्वयं ट्रेक्टर चलाता हूॅं, जिससे मुझे प्रतिमाह 35 से 40 हजार रुपये की आमदनी प्राप्त हो रही है,

जिसमें से प्रतिमाह 21 हजार रूपये का किस्त भी जमा कर रहा हूॅं। जिला अंत्यावसायी विकास समिति कांकेर द्वारा जिले में विभिन्न स्वरोजगार योजना के माध्यम से हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है।

जिले के अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वर्गों के आर्थिक विकास की व्यक्तिमूलक योजनाओं का संचालन कर स्वरोजगार हेतु वित्तीय ऋण भी प्रदान किया जाता है तथा बेरोजगार युवाओं को व्यवसायिक प्रशिक्षण दिलाकर स्वावलंबी बनाने का प्रशिक्षण दिया जाता है।

जिला मुख्यालय से लगभग 90 किलोमीटर दूर अंतागढ़ विकासखण्ड के ग्राम भैसासुर निवासी कृषक चैनुराम नरेटी 10वीं उत्तीर्ण है तथा किसान परिवार से है। कृषक ने बताया कि उनके पास पहले ट्रेक्टर नहीं होने के कारण गांव व अन्य आसपास के व्यक्तियों से ट्रैक्टर किराया पर लेकर कृषि कार्य करता था,

जिससे खेती कार्य करने में अधिक खर्च होता था। मेरा सपना था कि स्वयं का ट्रेक्टर ट्राली हो परन्तु मेरे पास ट्रैक्टर ट्राली खरीदने के लिए पर्याप्त धनराशि नहीं था।

जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति कांकेर द्वारा ट्रैक्टर ट्राली योजना के लिए स्थानीय समाचार पत्रों में विज्ञप्ति प्रकाशित किया गया था, इसी के आधार पर मेरे द्वारा जिला अंत्यावसायी कार्यालय में सम्पर्क कर आवेदन जमा किया

गया। चयन समिति की बैठक में इकाई लागत 10.63 लाख रुपये के लिये चयन किया जाकर ऋण स्वीकृत किया गया। आवश्यक दस्तावेज जमा करने के उपरान्त मुझे मेरे पसंद अनुसार ट्रेक्टर ट्राली प्रदाय किया गया, जिससे मैं स्वयं का कृषि कार्य करने के अलावा आसपास के गांव में भी कृषि कार्य कर रहा हॅॅू। मैं शासन एवं अंत्यावसायी विभाग कांकेर का बहुत-बहुत आभारी हूॅ जिन्होंने मेरा सपना पूरा किया।

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