35 जिलों में बाहर से आने वाले अवैध धन की निगरानी के लिए बनेंगे चेकपोस्ट
भोपाल। विधानसभा चुनाव के पहले मध्य प्रदेश के 35 जिलों के बॉर्डर पर चेकपोस्ट बनाने का काम किया जाएगा। इन चेक पोस्ट पर पुलिस और आबकारी विभाग के अफसरों की टीम तैनात रहेगी। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने इसके लिए संबंधित जिलों के कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को चेक पोस्ट पर पुलिस अधिकारी तैनात करने के निर्देश दिए हैं। यह 35 जिले 5 राज्यों की सीमा से लगे हैं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश अनुपम राजन ने पिछले दिनों विधानसभा निर्वाचन-2023 में कानून-व्यवस्था एवं सुरक्षा को लेकर निर्वाचन सदन भोपाल में बैठक की है। इसमें अधिकारियों को गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तरप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे मध्यप्रदेश के 35 जिलों के मुख्य मार्गों पर चेक पोस्ट बनाने के लिए कहा गया है।
चेकपोस्ट से असामाजिक तत्वों, अवैध मदिरा, अवैध धन, अवैध हथियार, हवाला का पैसा, ड्रग्स, अवैध मादक पदार्थ, अवैध वाहनों सहित अन्य गतिविधियों की रोकथाम के लिए प्रभावी कार्रवाई करने और साप्ताहिक रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही सेक्टर पुलिस अधिकारी नियुक्त करने, पुलिस अधिकारियों को निर्वाचन संबंधी प्रशिक्षण कराने सहित अन्य बिंदुओं पर पुलिस एवं आबकारी विभाग के अधिकारियों को कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।
यह जिले हैं पांच राज्यों की सीमा से लगे
एमपी की सीमा से लगे पांच राज्य गुजरात, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र और उत्तरप्रदेश हैं जिनकी सीमा से मध्यप्रदेश के 35 जिले सटे हुए हैं। इसमें बालाघाट, मंडला, शहडोल, अनूपपुर, डिंडोरी, सीधी, सिंगरौली, झाबुआ, अलीराजपुर, आगर-मालवा, रतलाम, मंदसौर, नीमच, शिवपुरी, गुना, राजगढ़, मुरैना, श्योपुर, बैतूल, खरगोन, खंडवा, बड़वानी, बुरहानपुर हैं। इसके अलावा छिंदवाड़ा, सिवनी, भिंड, दतिया, अशोकनगर, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, रीवा, सतना, पन्ना और निवाड़ी जिला सीमावर्ती जिलों में शामिल हैं।